Ruby gemstone – माणिक सूर्य का रत्न है| सूर्य कुंडली में सबसे अधिक important है क्यूंकि शास्त्रों में सूर्य को आत्मकारक माना गया है|
सूर्य का हमारे जीवन पर एक और बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव है| बहुत कम लोग जानते होंगे की सूर्य का सम्बन्ध directly हमारी रीढ़ की हड्डी या मेरुदण्ड से है क्यूंकि मेरुदण्ड सूर्य से प्रभावित होता है|
हमारे शरीर में पिन्गला नाडी जो सूर्य का प्रतिनिधित्व करती है, वो मेरुदण्ड या रीढ़ की हड्डी के मूल में right side से आरम्भ होकर दाँई नाक (right nostril) के नासापुट पर ख़त्म होती है|
Ruby gemstone (माणिक) Corundum जाती का रत्न है तथा ये लाल रंगों के अलग अलग रंगत में आता है जैसे रक्तिम लाल, बैंगनी लाल, सुर्ख गुलाबी तथा गहरे वायलेट के शेड्स| माणिक में लाल रंग लोह और क्रोमियम के हल्के combination से आता है तथा जो इसकी भूरी रंगत है वो लोह की उपस्थिति से होती है| इसमें रंगों की फैलावट अक्सर एक जैसी सम नहीं होती बल्कि असमान रूप से फैली हुई धारीदार या चित्तियों में होती है|
एक अच्छे माणिक रत्न (Ruby gemstone) में क्या गुण होने चाहिये?
- एक अच्छा माणिक smooth एवं चमक लिए होगा| इसकी चमक में ऐसा लगता है जैसे घी की चिकनाई हो|
- एक अच्छे माणिक (Ruby gemstone) में पारदर्शिता और अच्छी brilliance रहेगी|
- अच्छे माणिक (Ruby gemstone) में size के अनुरूप घनत्व होगा| बड़ा पत्थर हल्का होगा तो ये नकली होगा|
- माणिक (Ruby gemstone) में रेशमी या दूधिया type के समावेश (inclusions) रहेंगे|
- इसकी सतह एवं आकार समरूप होना चाहिये|
- एक अच्छे quality के माणिक का रंग रक्तिम पारदर्शिता लिए हल्की नीली रंगत देगा जिसे pigeon blood color कहते हैं| ज्यादातर Burmese ruby में यह color रहता है और माणिक में सबसे महँगी यही quality होती है|
- माणिक (Ruby gemstone) दिखने में कांतिहीन या अन्दर से सूखा नहीं होना चाहिये, ये अशुभ होता है|
प्राकृतिक समावेश (Natural inclusions) माणिक में आम बात है बल्कि ये इसकी कृत्रिम (synthetic stones) बनाम प्राकृतिकता का प्रमाण है|
इन समावेशों (inclusions) को रत्न विज्ञान की भाषा में रूटायल नीडल, सिल्क रूटायल, सीधी या कोणीय धारियां (angular banding), नेगेटिव क्रिस्टल और fingerprint inclusions आदि से जाना जाता है| ये समावेश (inclusions) वास्तव में “प्रकृति के हस्ताक्षर” (“Nature’s Signature” ) हैं नाकि रत्न में किसी तरह के खोट|
माणिक (Ruby gemstone) क्यों पहना जाता है?
माणिक कुंडली में सूर्य को सशक्त करने के लिए पहनाया जाता है| जब सूर्य कुंडली में नीच का हो, बलहीन हो, कुद्रष्ट हो, दुष्ट ग्रहों से पीड़ित हो या सही भाव में न स्थित हो, तो ऐसी परिस्थितियों में अच्छी quality के माणिक धारक को सूर्य की इस कमजोरी से उत्पन्न problems से निकाल सकता है|
माणिक (Ruby gemstone) धारण करने से जब सूर्य सशक्त होता है तो जातक को व्यावसायिक क्षेत्र में उन्नति, नाम यश, ख्याति एवं अच्छी सेहत देता है| उच्चाधिकारियों से सहयोग, सरकारी सहयोग एवं समाज के ऊँचे लोगों में उठाना बैठना इन सब के लिए माणिक धारण उपयोगी रहता है|
स्वास्थ्य की दृष्टि से माणिक धारण immunity और उत्साह को बढ़ा कर कई रोगों से निजात देता है| काल पुरुष की आत्मा का रत्न होने की वजह से ये रत्न आत्मिक शक्ति का भी विकास करता है|
किन्तु गहन एवं सही विश्लेषण के बिना धारण करने से Ruby gemstone कई तरह के शारीरिक और आर्थिक समस्याओं का कारण भी बन सकता है|
रत्न धारण का बड़ा ही ख़ास वैदिक अनुष्ठान है जिसके द्वारा रत्नों का शुद्धीकरण करके, पहनने वाले के चक्रों से रत्न के उर्जा को ट्यून करके रत्न पहना जाता है| इस अनुष्ठान से पहना हुआ रत्न जातक को वो सब फल देता है जिसके लिए रत्न धारण किया गया है |
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